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hanuman chalisa lyrics pdf in hindi | हनुमान चालीसा कब और कैसे पढ़ें

hanuman chalisa lyrics

hanuman chalisa lyrics यहाँ पर आपको मिल जाएगी और इसके साथ ही हम आपको इसका महत्व बताएँगे। जिससे आपको पता चले कि hanuman chalisa क्यों पढ़नी चाहिए और इसे पढ़ने से आपको क्या लाभ होगा। तो आईये जानते है:-

हिन्दू धर्म ग्रंथो के अनुसार हनुमान जी ही एक मात्र ऐसे भगवन है जो अभी तक इस धरती पर मौजूद है। कहते है कि भगवन श्री राम ने उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान दिया था। इस वरदान की वजह से ही वो अभी तक इस धरती पर है। हनुमान जी की वीरता और पराक्रम से कौन नहीं परचित है। तीनो युगों में उन्होंने अपने होने की सबूत दिए है। यही वजह है कि जब भी कोई संकट में होता है तो उसे सबसे पहले वीर हनुमान जी ही याद आते है।

हनुमान जी को याद और उन्हें प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका है Hanuman Chalisa। कहते है कि इसका पाठ करने से व्यक्ति के सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते है और सभी संकट कट जाते है। इसी वजह से उन्हें संकट मोचन भी कहा जाता है।

कितने दिन में याद हो जाएगी Hanuman Chalisa

जब आप पहली बार हनुमान चालीसा पढ़ेंगे तो आपको कुछ शब्द पढ़ने की कठिनाई होगी। इसी वजह से इसे याद करने में थोड़ा समय लगता है। मै अगर अपना अनुभव बताऊ तो मुझे पूरा 1 महीना लगा था इसे याद करने में। अगर आप भी इसे रोज पढ़ेंगे तो 1 महीने या इससे भी कम समय में आपको याद हो जाएगी।

Hanuman Chalisa पढ़ने का समय

वैसे तो भगवन को कभी भी याद किया जा सकता है लेकिन हिन्दू धर्म ग्रंथो में भगवन की पूजा करने का खास समय बताया गया है। तो आप भी इसी समय Hanuman Chalisa पढ़ें। एक बात ध्यान रखें कि इसे पढ़ने का एक समय बना लें। जैसे सिर्फ सुबह पढ़ना है तो रोज सुबह उसी टाइम पर पढ़ें और अगर आप सिर्फ शाम को पढ़ना चाहते है तो शाम को पढ़ें। इसके साथ ही अगर आप सुबह-शाम दोनों समय पढ़ना चाहते है तो दोनों समय पढ़ सकते है।

Hanuman Chalisa पढ़ने का तरीका

Hanuman Chalisa पढ़ने से पहले तनमन से स्वच्छ हो जाएँ और हनुमान जी कि मूर्ति या फोटो की सामने एक दिया जला लें और भोग लगाने के लिए कोई भी मीठा फल, चीनी या गुढ़ जो भी आपके पास हो। उसे हनुमान जी के सामने रख दें। अब हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू करें और कोशिश करें की मन में उस समय कोई और ख्याल न आये। जब आप हनुमान चालीसा पढ़ लें तो उसके बाद हनुमान जी आरती करें। इसके बाद आरती और प्रसाद घर में या जो भी पास में हो सभी को दें।

कहाँ मिलेगी हनुमान चालीसा

हनुमान चालीसा की छोटे से लेकर बड़े size वाली पुस्तकें आसानी से मिल जाती है। आपको ज्यादातर ये पुस्तक मंदिर की पास या किसी धार्मिक स्थल पर आसानी से मिल जाएगी। इसके साथ ही आजकल online भी Hanuman Chalisa की किताब मिल जाएगी।

कहतें है कि हनुमान चालीसा कि किताब को जेब में नहीं रखना चाहिए। क्योंकि इसमें हनुमान जी की तस्वीर भी होती है। दिन में कई बार ऐसी जगह पर जाते है जहाँ पर हनुमान चालीसा नहीं लें जाना चाहिए। लेकिन अगर आप फिर भी इसे अपने पास रखना चाहते है तो आप इसे अपने मोबाइल फ़ोन में रख सकते है।

google पर जब आप सर्च करेंगे कि hanuman chalisa lyrics या hanuman chalisa pdf तो आपके सामने कई सारे रिजल्ट ओपन होकर आ जायेंगे। इनमें से किसी पर भी जाकर आप इसे download कर सकते है। इस पोस्ट में भी आपको हनुमान चालीसा हिंदी में मिल जाएगी और आप इसे कॉपी कर सकते है और पाठ कर सकते है।

Hanuman Chalisa

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।

चौपाई :

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।

कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।

संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन।।

विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।

भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज संवारे।।

लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।

जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना।।

जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।

दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।

सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डर ना।।

आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।

भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।

संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।

सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।।

और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै।।

चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।

साधु-संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।

राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै।।

अन्तकाल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।

और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।

संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई।।

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।

तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।

दोहा :

पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।

निष्कर्ष:– इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि hanuman Chalisa का महत्व क्या है और इसे पढ़ने से क्या फायदे होते है। इसके साथ ही हमने आपको बताया कि हनुमान चालीसा कैसे याद करे और पढ़ने का सही समय क्या है। यहाँ पर हमने आपको hanuman chalisa lyrics दी है। अब आप इसे पढ़ सकते है।

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